सरदार पटेल जी की जयंती पर कोटि कोटि नमन।


भारत के प्रथम गृहमंत्री और उपप्रधान मंत्री ने अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, नेतृत्व कौशल से 600 देशी रियासतों का भारतीय संघ में विलय किया। इन छोटी-छोटी रियासतों का विलय करना आसान नहीं था। इसमें हैदराबाद भी शामिल है। आइए जानते हैं लौह पुरुष से जुड़े कुछ तथ्य- 



1. गांधीजी की इच्छा का सम्मान करते हुए सरदार पटेल ने प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को दूर रखा और पं. नेहरू का समर्थन किया।   
2. गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल की पहली प्राथमिकता देसी रियासतों (राज्यों) को भारत में मिलाना था।>  
3. सरदार पटेल ने हैदराबाद के विलय के लिए ऑपरेशन पोलो चलाया था। >  
4. पहले हैदराबाद के निजाम ने भारत में विलय से इंकार कर दिया था।   
5. जिस समय हैदराबाद के विलय की कार्रवाई की गई, उस समय पंडित नेहरू देश में नहीं थे। 

6. सरदार ने नवंबर 1950 में पंडित नेहरू को पत्र लिखकर भारत के उत्तर में चीन के संभावित खतरे के बारे में आगाह किया था।
7. 1909 में पटेल की धर्मपत्नी का हॉस्पिटल में एक ऑपरेशन के दौरान देहांत हो गया। जब पटेल को यह समाचार दिया गया, तब वह अदालत में जिरह कर रहे थे। इसके बाद भी उन्होंने अपना काम जारी रखा। अदालत की कार्रवाई समाप्त होने के बाद ही उन्होंने अन्य लोगों को यह खबर बताई।
8. सरदार पटेल का महात्मा गांधी से बेहद लगाव था। जब महात्मा गांधी की हत्या की गई तब इस खबर को सुनकर पटेल की सेहत भी खराब रहने लगी। यहां तक कि गांधीजी की मौत के दो महीने बाद ही उन्हें हार्ट अटैक भी हुआ।
9.  सरदार पटेल ने देश के गृहमंत्री के तौर पर महात्मा गांधी की हत्या और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगा दिया था।
10. सरदार पटेल ने सोमनाथ के भग्न मंदिर के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया, जो पं. नेहरू के तीव्र विरोध के पश्चात भी बना।
11. सरदार पटेल कश्मीर में जनमत संग्रह तथा कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाने पर बेहद क्षुब्ध थे।
12. गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं (आईसीएस) का भारतीयकरण कर इन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवाएं (आईएएस) बनाया।

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